डिजिटल युग ने हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया है। विशेष रूप से, डिजिटल साक्षरता ने शिक्षा, रोजगार, और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में नई संभावनाएं और अवसर उत्पन्न किए हैं। आज के समय में, डिजिटल साक्षरता महिलाओं और लड़कियों के लिए एक शक्तिशाली उपकरण साबित हो रही है, जो उन्हें हिंसा, बाल विवाह, और शिक्षा की कमी जैसी सामाजिक बुराइयों से लड़ने में सक्षम बनाती है।
Digital Storytelling
आज के दौर में इंटरनेट संचार और सूचना प्राप्ति का एक शक्तिशाली उपकरण बन गया है। मगर यह सभी नागरिकों के पास सामान्य तौर पर उपलब्ध नहीं है। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) द्वारा 27 अप्रैल 2023 को जारी रिपोर्ट “ब्रिजिंग द जेंडर डिजिटल डिवाइड” में दर्शाया गया है कि भारत में 100 लड़कों के मुकाबले केवल 61 लड़कियों के पास ही इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध है।
Author: Apeksha Yadav “A story is what we want it to be ” Digital storytelling is a participatory practice wherein individuals engage in activities through different art forms such as cinema, photography, and filmmaking. The idea is to empower people by creating spaces for self-reflection, healing, and critical consciousness. It is essential to capture the imagination as it signifies the…